एलोवेरा को स्किन के लिए अमृत माना जाता है, क्योंकि नेचुरल
एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने के कारण ये स्किन की सभी प्रॉब्लम्स कोदूर
करता है। एलोवेरा स्किन के लिए नेचुरल स्किन मॉश्चराइजर का काम करता है। इससे स्किन को पोषण भी मिलता है। एलोवेरा जैल के रोजाना इस्तेमाल से आप लंबे समय तक जवान और खूबसूरत दिख सकती हैं |

एलोवेरा के फायदे
झुर्रियों से छुटकारा
एलोवेरा झुर्रियों से छुटकारा पाने में भी मदद करता है। यह त्वचा को मॉइस्चराइज करने में मदद करता है और त्वचा से मृत कोशिकाओं को हटाता है।
कब्ज से राहत
एलोवेरा का रस पेट और आंतों में जलन को कम करने में मदद मिलती है। इसका रस चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम, कोलाइटिस और आंत के अन्य सूजन संबंधी विकारों में सूजन को कम कर सकता है। इसके अलावा, यह आंतों में स्वस्थ बैक्टीरिया बढ़ा सकते हैं जो पाचन में मदद करते हैं।
मुंह के छालों से राहत
यदि इससे मूह के छल्लों पर दिन में कई बार लगाया जाए तो चिकित्सा प्रक्रिया को गति देने में मदद करता है।
कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है
एलोवेरा रस में बीटा सीटिस्टरोल नामक एक यौगिक होता है, जो शरीर में कोलेस्ट्रोल स्तर को कम करने में मदद करता है।
तनाव को करे काम
एलोवेरा का रस न केवल
मानसिक तनाव से राहत देता है बल्कि शारीरिक तनाव से निपटने में भी मदद कर सकता है।
डायबिटीज
एलोवेरा रक्त शर्करा के स्तर को कम करने के लिए जाना जाता है। इसमें ग्लूकोमान्स मौजूद हैं जो रक्त शर्करा के स्तर को कम कर देता है।
एलोवेरा के नुकसान
हार्ट प्रॉब्लम
एलोवेरा का अधिक सेवन करने से शरीर में पोटेशियम की मात्रा घट जाती है जिससे दिल की धड़कन अनियमित हो जाती है और
हार्ट अटैक आने का खतरा बन जाता है।
डायरिया
इसमें लैक्सेटिव एंथ्राक्विनोन जैसे तत्व मौजूद होते हैं जो पेट को नुकसान पहुंचाते है। एलोवेरा का अधिक सेवन करने से डायरिया जैसी समस्या हो जाती है।
गर्भपात
गर्भवती महिलाओं के लिए एलोवेरा काफी खतरनाक होता है। इसके सेवन से गर्भ में पल रहे बच्चे को नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा जो महिलाएं स्तनपान करवाती हैं उन्हें भी एलोवेरा का सेवन नहीं करना चाहिए।